कवि ब्रह्म गुलाल - यह पद्मावती पोरवाल जाति के थे और चंदवार के पास टापू नामक ग्राम के निवासी थे इन्होंने कृपण जगावन चरित एवं त्रेपन क्रिया की भी रचना की है।